भाषा
भाषा अभिव्यक्ति का वह साधन जिसके माध्यम से व्यक्ति अपने मन के भावों और विचारों को व्यक्त करता है एवं दूसरों के विचारों को ग्रहण करता है ।सच ही कहा जाता है कि भाषा नदी की धारा के समान गतिमान है ।वह निरन्तर नदी के जल की तरह प्रवाहित होती रहती हैं ।वह कभी रूकती नहीं है । व्यक्ति निरंतर अपनी अभिव्यक्ति के माध्यम से उसे गतिमान बनाये रखता है । व्यक्ति के मन में हमेशा अनेंको प्रश्न उठते रहते है ।वह हमेशा अपने प्रश्नों के उत्तर अपनी भाषा में खोजता रहता है। भाषा ही वह माध्यम है जिससे व्यक्ति अपने विचारों का आदान-प्रदान करता ।अपनी भाषा में विचारों को व्यक्त करने में व्यक्ति सहज होता है।निज भाषा के माध्यम से आम व्यक्ति भी सफलतापूर्वक अपने कार्य को गति देने में भी सफल होते है ।विचारों को व्यक्त करना मनुष्य की स्वाभाविक प्रवृत्ति है । भाषा अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम है ।हम जिसे लिखित, मौखिक एवं सांकेतिक रूप में प्रयोग करते हैं । हिन्दुस्तानियों के लिये “हिन्दी भाषा “ ही अभिव्यक्ति का प्रमुख साधन है ।इसीलिए अधिकांश भारतीय सहजता से ‘हिन्दी भाषा ‘को ग्रहण करते हैं।हिन्दी हमारी म...