मिशन शक्ति अभियान दि० 27-09-2021

शासन के दिशा निर्देशों के अनुसार मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत ‘कन्या भ्रूण हत्या ‘विषय पर गॉधी महाविद्यालय उरई में वेविनार का आयोजन कार्यक्रम संयोजिका डॉ ऋचा पटैरिया द्वारा किया गया ।कार्यक्रम महाविद्यालय  के प्राचार्य डॉ अजय कुमार सक्सेना  की अध्यक्षता में किया गया ।मुख्य वक्ता के रूप में गांधी महाविद्यालय की पूर्व प्राचार्य डॉ अलका नायक  ने ‘कन्या भ्रूण हत्या ‘पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि महिलायें स्वयं संकल्प लें कि वो कन्या भ्रूण हत्या के ख़िलाफ आवाज उठायेंगी एवं लिंग परीक्षण का विरोध करेगी तो इस गम्भीर समस्या से निजात मिल सकता है ।गर्भपात के लिए यदि कोई व्यक्ति महिला पर दबाव बनाता है तो उसके लिए कानून है।गर्भ में आये बच्चे को सुरक्षित रखने का पूर्ण दायित्व माता-पिता का होता है।बच्चें ईश्वर का उपहार होते हमें बिना लिंग परीक्षण के उन्हें स्वीकार करना चाहिए ।इसी कड़ी में हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ राकेश नारायण द्विवेदी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए  कहा कि हमारे समाज में भ्रूण हत्या परिवार नियोजन के कारण भी होती है।महंगाई को देखते हुए भी लोग एक या दो से अधिक बच्चों को स्वीकार नहीं करते हैं ।हिन्दी विभाग से डॉ कुमारेन्द्र सिंह सेंगर ने अपनी बात को आँकड़ो सहित प्रस्तुत किया कहा कि मैं समाज से जुड़ा व्यक्ति हूँ यदि इस तरह की कोई घटना मेरे संज्ञान में आती हैं तो रोकने का पूरा प्रयास करता हूँ ।रक्षा अध्ययन विभाग से डॉ ऋचा सिंह राठौर ने अपने वक्तव्य में कहा कि बेटा और बेटी दोनों ही प्रकृति के संतुलन के आवश्यक है।सृष्टि को आगे बढ़ाने के दोनों आवश्यक है एक दूसरें के बिना दोनों अधूरें है ।

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